नेपालमहराजगंज

सनातन धर्मावलंबियों और गौ भक्तों के सहयोग से चलता है नेपाल का रूरू गौशाला: सीता ज्ञवाली कार्यवाहक अध्यक्ष

इस गौशाला में आधा दर्जन लोग करते हैं 120 गायों की देखभाल

नेपाल के रूरू गौशाला में भारतीय पत्रकार सम्मानित

मनोज कुमार त्रिपाठी

रिडी नेपाल/महराजगंज! रूरू गौशाला नेपाल के प्रसिद्ध तीर्थस्थल रूरू क्षेत्र धाम के रिडी में स्थित है। उक्त बातें रूरू गौ सेवा आश्रम की कार्यवाहक अध्यक्ष सीता ज्ञवाली ने एक पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि रूरू गौ सेवा आश्रम का निर्माण कराने वाले संस्थापक अध्यक्ष राजू राणा मल्ल हैं जो वर्तमान समय में यूके में रहते हैं। गायों की दुर्दशा को देखते हुए उन्होंने इस स्थान पर विगत तीन वर्ष पूर्व गौ सेवा आश्रम स्थापित किया था।

के उन्होंने कहा कि प्राचीन पौराणिक गरिमा से परिपूर्ण इस धाम में स्वयं उत्पन्न हुए भगवान हृषिकेश, रूरू कन्या,देवदत्त ऋषि,और्व ऋषि,श्रिंग ऋषि तथा गायत्री माता के साथ- साथ विश्व में मिलने वाले सालिग्राम, एक मात्र काली गंडकी नदी पर बने तीन जिलों से जोड़ने वाले झूला पुल को रूरू क्षेत्र धाम के गहने के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि अर्घाखांची जिले के नजदीक पाल्पा, गुल्मी और श्यांगजा के संगम स्थल पाल्पा जिले के तानसेन वार्ड नंबर 14 कुसेनी में रूरू गौशाला स्थित है।

धर्मावलंबियों और गौ भक्तों के सहयोग से वर्तमान में रूरू गौशाला का संचालन किया जा रहा है। अभी तक इसके संचालन के लिए सरकार से कोई आर्थिक योगदान नहीं मिला है।यह गौशाला विगत 2077 साल से संचालित है। इस गौशाला में वर्तमान समय में 120 गाएं मौजूद हैं जिसकी देखरेख के लिए आधा दर्जन कर्मचारी लगाए गए हैं। इस गौशाला में नेपाल-भारत ही नहीं विदेशों से भी गौ भक्त दर्शन के लिए आते हैं और दान भी करते हैं। इस गौशाला में गायों के रहने और खाने पर प्रतिमाह करीब 2 लाख 50 हजार रुपए खर्च आता है जो दानदाताओं द्वारा प्राप्त होता है। इन दानदाताओं में तिलोत्तमा कत्था मिल्स प्रा लि के प्रोप्राइटर बसन्त रोक्का को भी साल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। गौ सेवा के लिए बसंत रोक्का द्वारा हमेशा योगदान दिया जाता रहता है।

बता दें कि इस गौ सेवा आश्रम में गाय की महिला बताने के लिए समय-समय पर देश तथा विदेशों के साधू-संत, विद्वान, पंडित संगीतमय प्रवचन व कथा करते रहते हैं। रूरू गौशाला पहाड़ों के बीच काली गंडकी नदी के किनारे एक रमणीय स्थल पर बना हुआ है। इस परिसर में कई पौराणिक महत्व के मंदिर भी हैं जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए आते रहते हैं। इस गौशाला का कबरेज करने गए हर्षोदय टाइम्स संवाददाता मनोज कुमार त्रिपाठी और तिलोत्तमा कत्था मिल्स प्रा लि के प्रोप्राइटर बसन्त रोक्का को गौ सेवा आश्रम समिति ने साल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।

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