नेपाल में फैक्ट्री मालिकों की मनमानी से भारतीय ट्रांसपोर्टर और चालक भयभीत

मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू नेपाल! नेपाल के कपिलवस्तु जिले के कृष्नानगर से एक ऐसा खबर सामने आया है जो भारतीय व्यापारियों और वाहन मालिकों को झकझोर कर रख देने वाला है।
बताते चलें कि अशोक सिंह पुत्र श्री उदय सिंह निवासी कोलकाता ने अपनी आधा दर्जन गाड़ी (ट्रेलर) N L 0 1 K 3752, N L 0 1 K 3767, N L 0 2 AA 0 340, N L 0 2 AA 0 341 ,N L 022 AA 0342 और N L 02 Q 9682 कोलकाता के भवानी रोडवेज के सौजन्य से पीएस वेस्ट पोर्ट कोलकाता बंदरगाह से 4 मार्च को रा मिटेरियल( स्क्रैप का चूरा) लोड कर 10 मार्च को सोनौली बार्डर पर पहुंचा। जहां कस्टम पर आवश्यक कागजात पास कराने के बाद 11 मार्च को कपिलवस्तु जिले के शिवराज नगर पालिका वार्ड नंबर 6 स्थित विजय श्री स्टील फैक्ट्री में पहुंच गया।
फैक्ट्री में पहुंचने के बाद फैक्ट्री मालिक और कर्मचारियों द्वारा माल को खराब बताकर रातों-रात माल खाली करा कर ट्रेलर के आधा दर्जन चालकों और गाड़ी को बलपूर्वक बंधक बना लिया गया। फैक्ट्री मालिक ने कहा कि माल खराब है जिसके एवज उसने गाड़ी मालिक से 35,90,515 रूपए 50 पैसे की मांग की और यह भी कहा कि जब तक पैसा नहीं आएगा तब गाड़ी और चालकों को नहीं छोड़ा जाएगा। फैक्ट्री प्रबंधन ने चालकों की मार-पिटाई कर चालकों से जबरिया बयान दिलाया गया कि गाड़ी में डस्ट हम लोग मिलाए हैं जिसका विडियो भी बनाया गया। जब गाड़ी मालिक ने फैक्ट्री मालिक से कांटा पर्ची की मांग की तो उसे फर्जी कांटा पर्ची भेज दी गई। इस दौरान गाड़ी को तीन महीने और चालकों को 14 दिन तक विना प्रशासन को सूचित किए बंधक बनाकर रखा गया। होली के दौरान चालकों को पुलिस चौकी बीरपुर को सूचना देने के पंद्रहवें दिन छोड़ दिया गया था।
इस बावत गाड़ी मालिक ने कोलकाता हाईकोर्ट,नेपाली दूतावास, भारतीय दूतावास को इस घटना के बारे में जानकारी दी। इसके बाद नेपाल गाड़ी मालिक अशोक सिंह ने एसपी कपिलवस्तु और प्रमुख जिलाधिकारी कपिलवस्तु से संपर्क स्थापित किया। तब जाकर फैक्ट्री मालिक ने एक सुलहनामे के आधार पर गाड़ी को छोड़ा। लेकिन इतने दिनों गाड़ी अशोक सिंह डिप्रेशन में आ गए और उनकी तबियत बिगड़ी गई जिसका आज भी इलाज चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि फैक्ट्री मालिक द्वारा भारत और नेपाल के ट्रांसपोर्टरों को मना किया जा रहा है कि उसकी गाड़ी की लोडिंग न की जाए। इस बात से गाड़ी मालिक अशोक सिंह काफी आहत हैं और कहते हैं कि नेपाल हमारा मित्र राष्ट्र है पर जो घटना मेरे साथ हुई मुझे इस तरह की उम्मीद नहीं की थी।