अभी भी नहीं थम रहा है यूपी की जांबाज पुलिस का अवैध वसूली का सिलसिला?

चंदौली में भी ट्रकों से अवैध वसूली,सादी वर्दी में एसपी को देख पुलिसवाले फरार,एस आई समेत 6 सस्पेंड
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ/ चंदौली/ महराजगंज ! हाल ही में बलिया में भरौली बॉर्डर पर ट्रकों से करोड़ों की अवैध वसूली का भंडाफोड़ हुआ था। अब चंदौली के एसपी ने सादी वर्दी में यूपी-बिहार बॉर्डर पर छापा मारा। यहां उन्होंने थानेदार समेत 6 लोगों को सस्पेंड कर दिया।
बता दें कि पूर्वांचल में बलिया जिले के बाद अब चंदौली में पुलिसकर्मियों द्वारा ट्रकों से अवैध वसूली का मामला सामने आया है। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांघे सादी वर्दी में बुधवार की देर रात यूपी-बिहार बार्डर पर स्थित कंदवा थाने पहुंचे। यह पुलिसकर्मी अवैध वसूली करते दिखाई दिए। पुलिसकर्मी एसपी को पहचान गए और मौके से भाग निकले।
पुलिस अधीक्षक ने थाने का निरीक्षण किया तो कई लापरवाही सामने आईं। इसके बाद एसपी ने थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर सलिल स्वरूप आदर्श, उप निरीक्षक अमरनाथ सहानी, मुख्य आरक्षी सुनील वर्मा, श्याम सुंदर, नागेंद्र कुमार के साथ आरक्षी किशन सरोज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पुलिस अधीक्षक के छापे के दौरान भाग निकले पुलिसकर्मियों का पता लगाया जा रहा है।
इस कार्रवाई से पहले पुलिस अधीक्षक ने एक ही थाने में तीन साल से अधिक समय से जमे 134 मुख्य आरक्षियों का तबादला कर कार्यक्षेत्र बदल दिया है। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रिश्वत दिए जाने के मामले में प्रधान लिपिक और यातायातकर्मी को निलंबित किया है।
बलिया वसूली कांड में एसओ समेत 20 आरोपी तीन दिन की रिमांड पर
बलिया जिले के भरौली बॉर्डर पर ट्रकों से करोड़ों की वसूली करने वाले गैंग के सरगना निलंबित थानेदार समेत 20 आरोपितों को बलिया पुलिस ने गुरुवार को वाराणसी की जिला जेल से रिमांड पर लिया। विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) की अदालत द्वारा तय पुलिस रिमांड अवधि शुरू होने के समय सुबह दस बजे से पहले ही बलिया पुलिस की कई टीमें जेल पहुंच गई। इसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी कर आरोपितों को पुलिस कस्टडी में लिया गया।
मेडिकल करवाकर आरोपितों को कड़ी सुरक्षा में बलिया ले जाने में दोपहर तक का समय बीत गया। सूत्रों के मुताबिक प्रकरण के विवेचक के साथ ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी देर रात सभी अभियुक्तों से अलग-अलग पूछताछ शुरू करेंगे। विवेचक आजमगढ़ के एएसपी शुभम अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि तीन दिन की रिमांड अवधि में अभियुक्तों से पूछताछ कर संगठित गिरोह में शामिल अन्य अभियुक्तों, क्राइम सीन के पुनर्निर्माण, मनी ट्रेल का पता लगाने के साथ ही गैंग को संरक्षण देने वालों के बारे में जानकारी की जाएगी।
बता दें कि पुलिस रिमांड पर लिए गए अभियुक्तों में नरही के निलंबित थानेदार पन्नेलाल समेत चार पुलिसकर्मी और 16 दलाल हैं। गिरफ्तारी के बाद सभी वाराणसी जेल में रखे गए हैं।