साइबर अपराध के आरोप में गिरफ्तार दुर्गा प्रसाई की देश की जनता से भावनात्मक अपील

राष्ट्र, राष्ट्रीयता, धर्म, संस्कृति और नागरिक बचाव अभियान, नेपाल
मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू नेपाल ! काठमांडू के पेरिस डांडा कोटेश्वर -32 स्थित केंद्रीय कार्यालय तिनकुने द्वारा मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर साइबर अपराध मामले में गिरफ्तार दुर्गा प्रसाई की तरफ से अभियान से जुड़े सभी केंद्रों, प्रांतों, जिलों, शहरों और वार्डों के प्रमुख और प्रतिनिधियों से देश की जनता के नाम एक भावनात्मक अपील करने को कहा है।
उन्होंने कहा है कि इस समय हमें अन्याय के विरुद्ध न्याय की तलाश में चलना होगा। अन्याय,अत्याचार, महंगाई, कालाबाजारी,भ्रष्टाचार और विसंगति के खिलाफ सरकार को चेताने के लिए, गरीबों, और भूमिहीनों के जीवन की रक्षा के लिए आवाज उठाने के लिए हमारे अभियान के केंद्रीय संयोजक श्रद्धेय दुर्गा प्रसाई को और दर्जनों कार्यकर्ताओं को बिना किसी कारण, बिना गलती के, नागरिकों के अधिकारों और पीड़ा की आवाज उठाकर मानवीय सेवाएं प्रदान करने के लिए, उन्हें गिरफ्तार करने और जेल में रखने की अमानवीयता और क्रूरता की जितनी भी निंदा की जाए, वह अधूरी है और यह अपर्याप्त रहता है। इस समय देश की सरकार पर सभी नेपाली लोगों की आशा और विश्वास खत्म हो गया है। पार्टियों के प्रति नफरत, गुस्सा और व्यापक निराशा है। इस सरकार से सबकी उम्मीदें और विश्वास टूट गये हैं। अगर कहीं कुछ बचा है तो लोगों की आशा इस विश्वास पर टिकी है कि उन्हें सम्मानित न्यायालय से न्याय मिलेगा और न्याय किसी के प्रभाव और दबाव के कारण दम नहीं तोड़ देगा। आम नेपाली नागरिक जो बिना मां के चूजे, बिना छत्ते के मधुमक्खी की तरह माता-पिता विहीन हो गए हैं, उन्हें हमारे अभियान और अभियान के नेता को आपकी जरूरत है। वार्ड, शहर, जिला, राज्य से लेकर केंद्र तक व्यापक संगठन का विस्तार कर गरीबी, दर्द और तंगहाली में कठिन जीवन जीने को मजबूर नागरिकों के दुख-दर्द पर मरहम लगाते हुए बिना नागरिकों के सारथी बनें वार्ड स्तर से अभिभावकों को संगठित कर अधीनस्थ जिलों के लिए लिखित दस्तावेज तैयार कर जोन के माध्यम से केंद्रीय सचिवालय में जमा कराने के लिए सभी अभियान प्रमुखों व प्रतिनिधियों को इस जानकारी के आधार पर संगठन के विस्तार का कार्य आगे बढ़ाना चाहिए।
हम ईमानदारी से स्वतंत्र न्यायपालिका से संपादन के क्षेत्र में शांति पूर्वक सहयोग करने की अपील करते हैं।