मानवाधिकारों की रक्षा के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री लुंबिनी प्रदेश

मनोज कुमार त्रिपाठी
भैरहवा /नेपाल ! लुंबिनी प्रांत के मुख्यमंत्री चेतनारायण आचार्य ने बांके के नेपालगंज में बने मानवाधिकार सूचना एवं संसाधन केंद्र भवन का उद्घाटन किया है। मुख्यमंत्री आचार्य ने मंगलवार को 76 वें अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य में अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केंद्र (आईएनएसईसी) द्वारा निर्मित मानवाधिकार सूचना एवं संसाधन केंद्र भवन का उद्घाटन किया।
भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री आचार्य ने कहा कि राज्य सरकार मानवाधिकारों की रक्षा एवं संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रांतीय सरकार समाज के प्रत्येक व्यक्ति के लिए समान अवसर और सम्मानजनक जीवन का माहौल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि न्यायपूर्ण एवं समतामूलक समाज के निर्माण के लिए आम एकजुटता जरूरी है और इसके लिए प्रांतीय सरकार समन्वय की भूमिका निभाएगी। मानवाधिकार समाज की प्रगति से जुड़े हैं। हम एक न्यायपूर्ण और न्यायसंगत समाज की कल्पना करते हैं। इसके लिए मानवाधिकारों को सुनिश्चित करना जरूरी है उन्होंने कहा, ‘मैं प्रतिबद्धता देना चाहता हूं कि प्रांतीय सरकार मानवाधिकारों की गारंटी में समन्वयकारी भूमिका निभाएगी।
इस तथ्य का जिक्र करते हुए कि लुंबिनी प्रांत अन्य प्रांतों की तुलना में संघर्ष की चपेट में है, इससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं के कारण अब भी मानवाधिकारों की गारंटी नहीं दी जा सकती है, मुख्यमंत्री आचार्य ने कहा कि प्रांतीय सरकार न्याय के लिए अपनी भूमिका बढ़ाएगी संघर्ष से प्रभावित लोग, लुम्बिनी प्रान्त संघर्ष की चपेट में था। अब भी पीड़ितों की समस्याओं को दूर करने की दिशा में काम आगे बढ़ा है। पीड़ितों की समस्याओं का समाधान करना राज्य की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, ”राज्य सरकार वह भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
मानवाधिकारों की रक्षा के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे” हम वह भूमिका निभाते हैं जो राज्य सरकार को निभानी चाहिए।
मुख्यमंत्री आचार्य ने मानवाधिकारों की रक्षा के लिए हर क्षेत्र में आईएनएसईसी की प्रभावी भूमिका को याद करते हुए कहा कि मानवाधिकार के क्षेत्र में अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा, “संघर्ष के दौरान आईएनएसईसी द्वारा निभाई गई भूमिका को कोई नहीं भूल सकता।” राज्य मानवाधिकारों द्वारा उठाए गए मुद्दों को सुनता है और सुनना चाहिए।
कार्यक्रम में आईएनएसईसी के अध्यक्ष डॉ. कुंदन आर्याल और मुख्यमंत्री चेतनारायण आचार्य मुख्य अतिथि थे, जिसमें प्रांतीय मंत्री, पूर्व मंत्री, प्रांतीय विधानसभा सदस्य, मानवाधिकार कार्यकर्ता, स्थानीय जन प्रतिनिधि, नागरिक समाज, पत्रकार और अन्य लोग शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन आईएनएसईसी लुंबिनी प्रांत समन्वयक भोला महत ने किया।