26वें दिन भी पुलिस के हाथ खाली, घायल ठीक होकर करने लगा व्यवसाय
हर्षोदय टाइम्स: सत्येंद्र नागवंशी क्राइम संवाददाता
बदमाशों को पहचान कर पकड़ना तो दूर, गोली मारने कारण स्पष्ट नहीं हो पाया पता ,नामजद आरोपियों से नहीं मिला कोई सुराग
गोरखपुर जनपद के गुलरिया थाना क्षेत्र के चम्बल घाटी चौराहे पर दो दिसंबर की शाम नकाबपोश बदमाशों ने सराफा की दुकान में घुसकर कारोबारी को गोली मारी। फिल्मी अंदाज में फायरिंग करते हुए भाग गए। गुलरिहा पुलिस 26 दिन से बाइक सवार बदमाशों की तलाश में खाक छान रही है। उनकी पहचान कर पकड़ना पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। नामजद आरोपियों तथा विवाद को लेकर सुर्खियों में आई महिला से पूछताछ के बावजूद पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा। इस प्रकरण में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम दर्जनों संदिग्धों से पूछताछ की।
सराफा कारोबारी राजेश गुप्ता की पत्नी सुमन गुप्ता की तहरीर पर पुलिस उसी दिन चार पट्टीदारों के खिलाफ धारा 307 के तहत केस दर्ज कर छानबीन करने लगी। नामजद आरोपियों से कोई सुराग नहीं मिला तो गुत्थी सुलझाने की बजाए और उलझ गई। दूसरी तरफ घटना से एक माह पहले लेनदेन को लेकर एक महिला से हुए विवाद में उसका भी ना सामने आया। उधर विवाद को लेकर सुर्खियों में आई महिला से पुलिस टीम ने पूछताछ की लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। घटना के करीब दो सप्ताह बाद घायल राजेश गुप्ता ठीक होकर पुनः कारोबार शुरू किया तो गहनों के बीच गोली का छर्रा मिला।
आखिर किस कारण राजेश को बदमाशों ने मारी गोली?
पुलिस के पूछताछ में राजेश ने बताया की लूट की नीयत से गोली मारी थी। उधर बदमाश गोली चलाने के बाद राजेश पर लड़की फसाने का आरोप मड़ रहे थे। चर्चा है कि बाहर खड़ा बदमाश गोली चलाने वाले को अपशब्द कहते हुए एक गोली और मारने की बात कह रहा था। तिसरे पहलू पर गौर किया जाय तो राजेश की पत्नी पट्टीदारों पर जमीनी रंजिश का आरोप जड़ा। पति से जिस महिला से एक माह पहले विवाद हुआ था उसपर आशंका जाहिर की। पुलिस क्राईम ब्रांच की टीम इन सभी पहलुओं पर गहन जांच पड़ताल की और कर भी रही है लेकिन किस कारण राजेश को गोली मारी गई। इसका संतोषजनक वजह स्पष्ट नहीं हो पाया। स्थानीय लोगों में यह बात चर्चा विषय बना हुआ है कि आखिर राजेश गुप्ता को बदमाशों ने गोली क्यों मारी?
ऐसे हुआ था वारदात
गुलरिहा थाना क्षेत्र के करमहा बुजुर्ग निवासी राजेश गुप्ता पुत्र शिवशंकर गुप्ता पढोसी गांव जंगल डुमरी नंबर एक के चम्बल घाटी चौराहे पर सूर्यांश ज्वेलर्स नामक दुकान चलाते है। दो दिसम्बर की शाम दो नकाबपोश बदमाश बिना नंबर की बाइक से चौराहे पर पहुंचे। चार पांच दुकान के आगे बाइक खड़ा करके इधर उधर ताकझांक करने लगे। राजेश गुप्ता की दुकान से ग्राहकों के जाने के बाद दुकान में घुसकर उनको गोली मारी थी। फायरिंग की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश तो बदमाश दहशत फैलाने के लिए फिल्मी अंदाज में फायरिंग करते हुए भाग गए। दुकान से पुलिस ने एक खोखा बरामद किया। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे कैद फूटेज की मदद से बदमाश शिनाख्त करने में जुट गई थी।
इस संबंध में इंस्पेक्टर मनोज कुमार पाण्डेय का कहना है सराफा कारोबारी को गोली किस कारण स्पष्ट नहीं हो पाया और न ही कोई सुराग मिला।