इंडो नेपालमहराजगंज

नेपाल में भैरहवा स्थित गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट से नियमित उड़ान को लेकर रविवार को आठवें दिन भी धरना रहा प्रदर्शन जारी

जनहित में गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट का नियमित संचालन शीघ्र शुरू करे सरकार – डॉ शांत कुमार शर्मा पूर्व अध्यक्ष भंसार एजेंट संघ भैरहवा नेपाल

मनोज कुमार त्रिपाठी


भैरहवा नेपाल/महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रूपंदेही जिले के भैरहवा में स्थित गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट के नियमित संचालन को लेकर रविवार को आठवें दिन भी आंदोलनकारियों का धरना प्रदर्शन जारी रहा। सिद्धार्थ संज्जाल एसोसिएशन रूपंदेही के तत्वावधान में किए जा रहे शांति पूर्ण आंदोलन में संपूर्ण नागरिक समाज, बुद्धिजीवी, उद्योगी, व्यवसाई, राजनीतिज्ञ समेत सभी नागरिकों ने आंदोलन को समर्थन देने का फैसला कर आज आठवें दिन भी एअरपोर्ट पर धरना-प्रदर्शन जारी रहा।


इस अवसर धरना-प्रदर्शन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए क्षेत्र नंबर 5 के सांसद बासुदेव घिमिरे ने कहा कि आंदोलनकारियों की मांगों को जब तक सरकार पूरा नहीं करेगी आंदोलन और धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यहां की लाखों जनता के पेट और रोजी-रोटी का सवाल है।


इस संबंध में भैरहवा भंसार एजेंट संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ शांत कुमार शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार को तुरंत इस विमान स्थल का संचालन शुरू कराना चाहिए ताकि लोगों को इस बड़ी समस्या से निजात मिल सके। इसके पूर्ण रूप से संचालित न होने से यहां के उद्योगी, व्यवसाई, किसान, होटल व्यवसाई, पर्यटन पर काफी बुरा असर पड़ा है जिससे यहां बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है।

आंदोलनकारियों की मांगों पर सरकार को सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए जनहित और उद्योग, व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट से उड़ान तत्काल प्रभाव से शुरू करना चाहिए। इसके नियमित संचालन के लिए प्रधानमंत्री जी को स्वयं पहल करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि कल काठमांडू में संस्कृति ,पर्यटन तथा उड्डयन मंत्री सुदन किराती की अध्यक्षता में आंदोलनकारियों की सात सदस्यीय टीम की बैठक तय किया गया है। अगर इस बैठक में सहमति नहीं बना तो आंदोलन जारी रहेगा और समूची भारत-नेपाल सीमा तथा डोमेस्टिक उड़ान को बंद कर दिया जाएगा।


बता दें कि गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट का उद्घाटन 16 मई 2022 को प्रधानमंत्री के करकमलों से हुआ था। तब से इस अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट पर नियमित उड़ाने नहीं हुई। इसी को लेकर यहां के उद्योगी व्यवसाई लामबंद हैं।

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