सेम व दोयम दर्जे के ईंटों से हो रहा परिषदीय विद्यालय भवन का निर्माण, उड़ायी जा रही मानकों की धज्जियां

हर्षोदय टाइम्स/अर्जुन चौधरी
सिसवा बाजार/ महाराजगंज- विकास खंड सिसवा के परिषदीय विद्यालय के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। कंपोजिट विद्यालय सोनबरसा में एक ऐसा मामला सामने आया है,जहां भवन निर्माण में गुणवत्ता विहीन सामग्री का प्रयोग कर मानकों की जमकर अनदेखी की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कंपोजिट विद्यालय सोनबरसा में विभाग के अनुसार लाखों रुपए के बजट से बच्चों के पढ़ने के लिए भवन निर्माण का काम चल रहा है, जहां पर सेम व दोयम दर्जे की ईंट सहित मसाले में मानक के विपरीत अनुपात से मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां ईट के गुणवत्ता की हालत ये है कि दो ईंट आपस में लड़ते ही टूटकर बिखर जा रहा है। भवन में जिस मसाले का प्रयोग किया जा रहा है उसमें लगभग 1/8 का अनुपात दिख रहा है। साथ ही मसाले के मिश्रण में जिस बालू का प्रयोग हुआ है, वह भी पूर्णतः गुणवत्ताविहीन दिखाई दे रहा है। ऐसे में यहां सवाल उठना लाज़मी है कि भवन निर्माण में अगर इस तरह से मानकों की अनदेखी होगी तो इस भवन की गुणवत्ता क्या होगी? जिसके चलते यहां कभी भी अनहोनी हो सकती है। मामले में जब डीसी निर्माण वीरेंद्र चौधरी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल फोन रिसीव नहीं हुआ।
विनयशील मिश्रा बीईओ सिसवा के द्वारा बताया गया कि परिषदीय विद्यालयों में कार्यदायी संस्था द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है। भवन निर्माण में अनियमितता का मामला सामने आया है। जिसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित की गई है। इसकी जांच कराई जाएगी।