नेपाल

भैरहवा स्थित बंसडिलवा शिव मंदिर में 10 दिवसीय शिव महापुराण कथा संपन्न

मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए हुआ शिव महापुराण कथा

मनोज कुमार त्रिपाठी


भैरहवा /नेपाल! पड़ोसी देश नेपाल के भारतीय सीमा से सटे रूपंदेही जिले के भैरहवा कस्बे में स्थित प्रसिद्ध एवं प्राचीन शिव मंदिर में शनिवार को 10 दिवसीय शिव महापुराण कथा संपन्न हो गया।

बता दें कि भैरहवा का बंसडिलवा शिव मंदिर एक ख्याति प्राप्त शिव मंदिर है। यहां नेपाल के साथ-साथ बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी भी भगवान भोलेनाथ का दर्शन-पूजन और जलाभिषेक करने आते हैं। बताया जाता है कि इस जगह पर स्वत: ही शिव लिंग की उत्पत्ति हुई थी। बाद में इसे मंदिर का आकार दिया गया और यहां दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी। चूंकि मंदिर बहुत ही पुराना है इसलिए इसके जीर्णोद्धार के लिए आयोजकों ने 10 दिवसीय शिव महापुराण कथा का भव्य आयोजन किया था। जिसका समापन शनिवार को हो गया।

समाजसेवी व पूर्व सैनिक जंग बहादुर थापा ने बताया कि वह 18 वर्ष भारतीय सेना में नौकरी किए और रिटायर होने के बाद समाजसेवा में लगे हुए हैं। वर्तमान में मंदिर समिति के सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह शिव मंदिर एक प्रसिद्ध और ख्याति प्राप्त शिव मंदिर है। जो बहुत ही प्राचीन है। वर्तमान समय में इस मंदिर के जीर्णोद्धार की आवश्यकता है। इसीलिए हम सभी ने इस मंदिर में 10 दिवसीय शिव महापुराण कथा का आयोजन किया था।‌ शनिवार को संपन्न हो गया। इस दौरान मंदिर में चल रहे शिव महापुराण कथा में बड़ी संख्या में भक्त जनों और महिलाओं की उपस्थिति मौजूद रही। उन्होंने बताया कि इस शिव मंदिर का भवन अब जीर्ण-शीर्ण हो चुका है जिसके जीर्णोद्धार की आवश्यकता है। सभी भक्तों से अपनी की गई है की आप सभी इस मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए अधिक से अधिक योगदान दें। जिसमें काफी सफलता मिल रही है।

इस अवसर पर बंसडिलवा शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष पशुपति न्योपाने ने बताया कि वर्तमान समय में यह मंदिर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। इसलिए आयोजन समिति ने इस शिव मन्दिर के चतुर्दिक विकास और जीर्णोद्धार के लिए शिव महापुराण यज्ञ का आयोजन किया है। मंदिर परिसर में एक पोखरा है जिसमें किनारे-किनारे 108 शिव लिंग और बीच में एक भव्य शिव की मूर्ति लगाने की योजना है। इसके लिए भक्तों से सहयोग के लिए आह्वान किया गया है।

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