इंडो नेपाल

नेपाल के नवलपरासी स्थित रामग्राम स्तुप की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगी पहचान- पुष्प कमल दहाल उर्फ प्रचंड प्रधानमंत्री नेपाल

मनोज कुमार त्रिपाठी

भैरहवा नेपाल (हर्षोदय टाइम्स) : नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल उर्फ प्रचंड ने बीते मंगलवार को भारतीय सीमा से सटे नेपाल के नवलपरासी जिले में स्थित रामग्राम स्तूप क्षेत्र के विकास के लिए मास्टर प्लान लागू करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। भारतीय सीमा से सटे नेपाल के लुंबिनी प्रदेश अंतर्गत पश्चिमी नवलपरासी में रामग्राम स्तूप के कार्यक्रम के दौरान पहुंचे नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल उर्फ प्रचंड ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भगवान बुद्ध के बताए रास्ते पर चल कर ही दुनिया में शांति स्थापित की जा सकती है। उनके द्वारा दिया गया शांति व अहिंसा का संदेश आज के समय में और भी प्रासंगिक हो गया है। रामग्राम स्तूप को इस क्षेत्र के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि इससे रामग्राम के विकास के साथ-साथ इस क्षेत्र के पर्यटन विकास में भी भारी मदद मिलेगी। इसे देवदह और लुंबिनी से जोड़कर बौद्ध परिपथ के रूप में भी विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।प्रधानमंत्री प्रचंड बीते मंगलवार को भारतीय सीमा से सटे नवलपरासी जिले के रामग्राम (उज्जैनी) में आयोजित बौद्ध धर्म के शांतिदीप प्रज्जवलन व दूरदर्शी परियोजना कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि जब तक मानव का अस्तित्व है महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं का औचित्य, आवश्यकता और महत्व दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है। समूची दुनिया में शांति का महत्व बढ़ गया है।जिस तरह सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को विश्व के विभिन्न देशों में प्रचारित किया उसी तरह वह भी देश और देश के बाहर शांति के लिए खड़े रहेंगे। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेन के लुंबिनी दौरे का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि उनके आगमन से नेपाल की शांति की इच्छा व नेपाली लोगों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से बचाने की नई प्रतिबद्धता प्रस्तुत हुई है। रामग्राम में आयोजित कार्यक्रम से दुनिया भर में शांति का संदेश और रामग्राम का प्रचार-प्रसार मजबूत होगा।

उन्होंने आगे कहा कि लुंबिनी विकास कोष के नेतृत्व में रामग्राम स्तूप क्षेत्र की पुनर्स्थापना, सुरक्षा और विकास के लिए यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा। आने वाले समय में रामग्राम को और विकसित कर अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई जाएगी।इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन, संस्कृति और नागरिक उड्डयन मंत्री सुदन किराती, लुंबिनी प्रदेश के मुख्यमंत्री डिल्ली बहादुर चौधरी, पतंजलि योग पीठ हरिद्वार के सीईओ आचार्य बालकृष्ण मौजूद रहे। कार्यक्रम शुरू होने से पहले पतंजलि योग पीठ के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल उर्फ प्रचंड को बुके भेंट कर तथा साल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

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