उत्तर प्रदेशमहराजगंज

भारत और नेपाल की दोस्‍ती से घबराया चीन, प्रचंड ने जताया चीन पर भरोसा

आधा दर्जन रूकी परियोजनाओं में तेजी लाने का वादा- चेन सोंग चीनी राजदूत

मनोज कुमार त्रिपाठी

काठमांडू: चीन ने नेपाल में अलग-अलग क्षेत्रों में कम से कम आधा दर्जन परियोजनाओं में तेजी लाने की बात कही है। चीन की ओर से ये ऐसे समय में कहा गया है जब नेपाल में उसकी फंडिंग से चल रही परियोजनाओं में देरी के वजह से उसे आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। चीन पिछले कई समझौतों का पालन करने में भी विफल रहा है। नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहाल के विदेश मामलों के सलाहकार रूपक सापकोटा ने कहा है कि इस सप्ताह प्रधानमंत्री दहल के साथ एक बैठक के दौरान चीनी राजदूत चेन सोंग ने पहले से प्रतिबद्ध कम से कम छह परियोजनाओं में तेजी लाने का वादा किया है। इन पर चीन के नव वर्ष की छुट्टियों के खत्म होने के बाद जमीनी स्तर पर काम शुरू हो जाएगा। चीन ने नेपाल को ये भरोसा ऐसा समय दिया है, जब काठमांडू की भारत से नजदीकी बढ़ रही है।

काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, नेपाल में चीन की आर्थिक और तकनीकी सहायता से शुरू की गई कई परियोजनाओं पर चिंताएं हैं। इनमें नारायणघाट-बुटवल सड़क,काठमांडू तराई फास्ट ट्रैक,कंचनपुर-कमला सड़क विस्तार, स्याफरुबेसी-रसुवागढ़ी सड़क निर्माण,काठमांडू रिंग रोड चौड़ीकरण,तोखा-छहारे सुरंग निर्माण और मुगलिन-काठमांडू सड़क चौड़ीकरण जैसी परियोजनाएं हैं। इनके अलावा रसुवागढ़ी-केरुंग सीमा पार ट्रांसमिशन लाइन तो अभी शुरू भी नहीं की गई है।

चीन ने दूसरे देशों पर मढ़ा दोष

चीन द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं में देरी को लेकर राजनीतिक और नौकरशाही हलकों की आलोचना के बीच चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अंतर्राष्ट्रीय संपर्क विभाग के उप मंत्री सुन हैयान ने कुछ देशों पर चीन के साथ संबंधों को खराब करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने नेपाल के निवेश माहौल पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह निवेशकों के लिए अनुकूल नहीं है। उन्होंने पार्टी नेताओं से बुनियादी ढांचे में विविधता लाने और चीनी निवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए काम करने का आग्रह किया और चीनी ठेकेदारों और फर्मों के कार्यों का बचाव किया। चीनी मंत्री ने कहा कि वही चीनी कंपनिया, जिन्होंने निर्धारित समय सीमा के भीतर अन्य देशों में परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है, वही कंपनियां नेपाल में देरी का सामना क्यों कर रही हैं। हमें यह पता लगाना होगा कि चीन की ओर से शुरू की गई परियोजनाओं में देरी क्यों हो रही है। उन्होंने कहा कि हम विभिन्न पक्षों द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं में देरी के मुद्दे का समाधान करेंगे लेकिन अतीत में की गई प्रतिबद्धताओं को पूरा करना भी महत्वपूर्ण है।

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