लखनऊ एयरपोर्ट से भागे तस्करों की तलाश में दूसरे दिन भी जारी , कस्टम विभाग का रामपुर में छापा,जारी किए गए समन, आरोपियों का सुराग नहीं

उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ /रामपुर टांडा/ महराजगंज :- लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से भागे सोना तस्करी के 29 आरोपियों को पकड़ने के लिए शुक्रवार को दूसरे दिन भी कस्टम विभाग की टीम ने टांडा में छापा मारा। आरोपियों की तलाश में कस्टम विभाग की टीम टांडा में ही डेरा डाले है। अभी तक एक भी आरोपी कस्टम विभाग के हत्थे नहीं चढ़ा। टीम ने तस्करों को समन जारी करते हुए उनके परिजनों और पड़ोसियों को दिए। कस्टम टीम पुलिस के साथ लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी है। एक अप्रैल को लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर 3.2 करोड़ की सिगरेट बरामद की थी।

साथ ही 36 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इन आरोपियों पर पेट में सोना छिपाकर लाने का आरोप था। कस्टम विभाग की गिरफ्त से 29 आरोपी एयरपोर्ट से भाग निकले थे। जिनके पेट में एक करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत का सोना था।
सभी आरोपी रामपुर जिले के टांडा रहने वाले हैं। मामले में कस्टम विभाग के आठ अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया गया है। आरोपियों की तलाश में कस्टम विभाग की तीन टीमों ने बृहस्पतिवार को टांडा में आरोपियों की तलाश में छापा मारा था, लेकिन सफलता नहीं मिली थी।
शुक्रवार को भी कस्टम विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ तस्करों की तलाश में छापा मारा। तस्करों के न मिलने पर उनके परिजनों और पड़ोसियों को समन दिए। कस्टम विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि आरोपियों के न मिलने तक तलाश जारी रहेगी। उन्होंने बताया की जल्द हाजिर न होने पर तस्करों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए जाएंगे।
पैसों का लालच की चाह में बने तस्कर
टांडा में सोना और सिगरेट तस्करी की जड़े बहुत गहरी हैं। पैसों का लालच देकर और विदेश घूमने की चाह में बेरोजगारों को सोना तस्कर बनाया जा रहा है। टांडा में एक दर्जन के करीब टीमें सोना तस्करी में शामिल हैं, जिनसे सैकड़ों युवा जुड़े हैं।
टीम में दर्जनों लोग रुपये इकट्ठा कर सिगरेट लाने की प्लानिंग करते हैं। करोड़ों रुपये इकट्ठा कर सोना तथा सिगरेट तस्करी का काला कारोबार शुरू हो जाता है। जिसमें नगर के बेरोजगार युवाओं को दुबई, शारजाह जैसे विकसित देशों में घूमने या मक्का और मदीना जैसे मुकद्दस जगहों पर जाकर उमराह करने समेत 20 से 30 हजार रुपये के लालच में सोना और सिगरेट, गुटखा की तस्करी करने चले जाते हैं।
इतना ही नहीं अपनी जान जोखिम में डाल कर सोने के कैप्सूल निगलकर लाना शुरू कर देते हैं। भारत आने पर कस्टम अधिकारियों से सांठगांठ कर सिगरेट, गुटखा तस्करी की आंड़ में सोना भी लाते हैं।
तस्करी के आरोप में विदेश में भी काट रहे सजा
नगर में सोना और सिगरेट गुटखा तस्करी का काम एक दिन में परवान नहीं चढ़ा है। वर्षों से टांडा के लोग इस काम से जुड़े हैं। दुबई से लाया हुआ गुटखा टांडा लाकर उसे फिर से सऊदी अरब को भेजा जाता है।
सऊदी अरब में मादक पदार्थों पर प्रतिबंध होने के कारण दुबई में सस्ते दामों में मिलने वाला गुटखा सऊदी अरब में 10 गुना से भी अधिक ज्यादा कीमत पर बेचा जाता है। पकड़े जाने पर इन तस्करों को जेल भी जाना पड़ता है।
नगर के आधा दर्जन के करीब लोग सऊदी अरब की विभिन्न जेलों में कई वर्षों तक बंद रहने के बाद वापस आए हैं। वहीं दुबई की जेल में अभी भी टांडा के लोग बंद हैं।
इस संबंध में एसपी राजेश द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि सोना तस्करी के फरार आरोपियों की तलाश में छापा मार रहे कस्टम विभाग की स्थानीय पुलिस पूरी तरह से मदद कर रही है। अभी कार्रवाई चल रही है। कोई आरोपी नहीं पकड़ा गया है।