बस्ती की किन्नर कशिश बनेंगी अयोध्या में गाइड,चार भाषाओं की हैं जानकार

उमेश चन्द्र त्रिपाठी
अयोध्या /महाराजगंज : 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होने जा रहा है। जिसको लेकर किन्नर समाज में भी काफी उत्साह का माहौल देखा जा रहा। धार्मिक मान्यता के अनुसार किन्नर समाज का भगवान राम से खास नाता रहा है। जिसका वर्णन रामायण की चौपाई में भी देखने को मिलता है। मान्यता है कि प्रभु श्रीराम जब 14 वर्ष का वनवास काटने के लिए अयोध्या छोड़ने लगे तब उनकी प्रजा और किन्नर समुदाय भी उनके पीछे-पीछे चलने लगे थे। तब श्रीराम ने उन्हें वापस अयोध्या लौटने को कहा। लंका विजय के पश्चात जब श्रीराम 14 साल बाद अयोध्या वापस लौटे तो उन्होंने देखा बाकी लोग तो चले गए थे लेकिन किन्नर वहीं पर उनका इंतजार कर रहे थे। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर प्रभु श्रीराम ने किन्नरों को वरदान दिया कि उनका आशीर्वाद हमेशा फलित होगा।
उसी कड़ी में बस्ती की एक ट्रांसजेंडर भगवान राम की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया है। कशिश नाम की यह किन्नर अयोध्या में गाइड बनकर पर्यटकों को भगवान राम की महिमा से रूबरू कराएंगी। कशिश किन्नर ने बताया कि जब से मैंने अपने आराध्य भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के बारे में सुना है मेरे खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। फिर मैंने सोचा कि आखिर ऐसा क्या करू जिससे मैं प्रभु का यशगान करते हुए अपनी जीवन उनके चरणों में समर्पित कर सकूं। तभी मुझे एक एनजीओ इंदिरा चेरिटेबल सोसाइटी के बारे में पता चला जो हम किन्नरों के उत्थान के लिए काम कर रही है और जब मैं वहां गई तो मुझे गाइड बन भगवान राम की सेवा करने के प्रति उत्साहित किया गया।
चार भाषाओं की जानकार है कशिश किन्नर
कशिश किन्नर ने बताया कि मैने एम.कॉम किया है लिहाजा मुझे भी लगा की मैं गाइड के तौर पर भगवान राम की महिमा का गुणगान देश-विदेश से अयोध्या आने वाले पर्यटकों से कर अपनी जीवन प्रभु के चरणों में समर्पित कर सकती हूं । फिर मुझे तीन भाषाओं में ट्रेनिंग दी गई। साथ ही हिंदी मुझे पहले से ही पता है। मेरा इंग्लिश, मराठी, हिन्दी और भोजपुरी भाषा पर पूरा कमांड है।
बदलेगा समाज का नजरिया
कशिश ने बताया कि अयोध्या में राम के चरणों में रहकर उनके इतिहास और उनसे जुड़ी धार्मिक विरासत को बताने का सौभाग्य मुझे मिल रहा है। यह मेरे किसी जन्म का तप और सौभाग्य रहा होगा। मेरी पहचान एक गाइड के रूप में होगी तो लोगों का हमारे समाज के प्रति नजरिया बदलेगा साथ ही देश-विदेश में एक बेहतर संदेश जाएगा।
