
मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू — नेपाल और चीन बहुत जल्द बेल्ट एंड रोड (परियोजना) के कार्यान्वयन योजना पर हस्ताक्षर करेंगे। यह बयान हिमालयी राष्ट्र के उप प्रधानमंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ ने शनिवार को दिया। दोनों देशों ने हिमालय में बीजिंग समर्थित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को शुरू करने के लिए करीब सात साल बाद यह फैसला किया है।
श्रेष्ठ का यह बयान तब सामने आया है, जब चीन की सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के वरिष्ठ नेता सुन हैयान नेपाल का दौरा कर रहे हैं। हैयान नेपाल के शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात कर रहे हैं।
उप प्रधानमंत्री श्रेष्ठ ने सिल्क रोड यूथ फोरम और दक्षिण एशियाई सहयोग सम्मेलन के तहत कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, समझौते पर हस्ताक्षर के बाद हम कार्यान्वयन योजना के चरण में आगे बढ़ जाएंगे। काठमांडू और बीजिंग ने 2017 में बीआरआई पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, इस पहल के तहत अभी तक एक भी परियोजना शुरू नहीं की गई है और न ही उस पर बातचीत की गई है।
उन्होंने कहा, बीआरआई का मकसद कनेक्टिविटी और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है। यह परियोजना दोनों देशों के बीच सहयोग के नए रास्ते खोलेगी। श्रेष्ठ ने कहा कि नेपाल-चीन सहयोग की आधारशिलाओं में बुनियादी ढांचे का विकास प्रमुख रूप से शामिल है।