
मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू ! नेपाल के कई हिस्सों में गुरुवार से मूसलाधार बारिश हो रही है. भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ आ गया है। वहीं कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ है। इस भूस्खलन और बाढ़ ने नेपाल में भारी तबाही मचायी है। सबसे ज्यादा नुकसान काठमांडू घाटी में हुआ है। शनिवार रात तक भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण 112 लोगों की मौत हो गयी है। इनमें से 34 लोगों की मौत काठमांडू घाटी में हुई है. वहीं कई लोग अभी भी लापता हैं। काठमांडू में 226 मकान जलमग्न हो गये हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में कई राजमार्ग और पुल नष्ट हो गये हैं। देश के बाकी हिस्सों से काठमांडू से जोड़ने वाले राजमार्गों सहित लगभग सभी राजमार्ग पर आवागमन ठप है। प्रभावित इलाकों में नेपाल पुलिस ने करीब तीन हजार सुरक्षाकर्मियों की बचाव टीम तैनात की है।

कई राजमार्ग और पुल नष्ट, आवागमन ठप
नेपाल के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ऋषि राम तिवारी के बयान के अनुसार, शनिवार रात 10:30 बजे तक बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण 99 लोगों की मौत हुई है। वहीं 69 लोग लापता हैं। जबकि 100 लोग घायल हैं. सुरक्षा बलों ने 3000 से अधिक लोगों को बचाया है। देश के विभिन्न हिस्सों में कई राजमार्ग और पुल नष्ट हो गये हैं। देश के बाकी हिस्सों से काठमांडू से जोड़ने वाले राजमार्गों सहित लगभग सभी राजमार्ग पर आवागमन ठप है. भूस्खलन की वजह से काठमांडू के सभी प्रवेश मार्ग अवरुद्ध हो गये हैं।

मंगलवार तक स्कूल बंद रखने और सभी परीक्षाओं को स्थगित करने का अनुरोध
कार्यवाहक प्रधानमंत्री एवं शहरी विकास मंत्री प्रकाश मान सिंह ने गृहमंत्री, गृह सचिव और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों समेत विभिन्न मंत्रियों की एक आपात बैठक की। इस दौरान प्रकाश मान सिंह ने खोज तथा बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया। सरकार ने नेपाल में सभी स्कूलों को मंगलवार तक बंद रखने और पूर्व निर्धारित सभी विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षाओं को स्थगित करने का आदेश दिया है। सरकार ने घायलों को मुफ्त इलाज और बेघर लोगों को जल्द से जल्द पुनर्वास का काम शुरू करने का फैसला लिया है। राजमार्गों को साफ करना भी सरकार की पहली प्राथमिकता है।

काठमांडू में 1970 के बाद से सबसे अधिक बारिश दर्ज
बता दें कि नेपाल में इस वर्ष मानसून के दौरान औसत से अधिक वर्षा हुई है। काठमांडू में शनिवार को 1970 के बाद से सबसे अधिक बारिश दर्ज की गयी। 1970 में ही नेपाल ने पहली बार देश में बारिश को मापने और रिकॉर्ड करने की प्रणाली शुरू की थी। बारिश के कारण सभी नदियां उफान पर हैं। इसकी वजह से काठमांडू के कुछ हिस्सों में पानी भर गया है। कई घर पानी में डूब गये हैं। लोगों को ऊपरी मंजिल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। शहर के दक्षिणी हिस्से का एक बड़ा इलाका ज्यादातर बाढ़ग्रस्त था। सेना के हेलीकॉप्टर से लोगों को सुरक्षित स्थान पर लाया जा रहा है। काठमांडू के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति और इंटरनेट सेवा काफी समय तक बाधित रही। हालांकि शनिवार देर शाम बिजली आपूर्ति बहाल हो गयी।