खुद के बुने हुए जाल में फसा टेंट व्यवसायी
हर्षोंदय टाइम्स -गोरखपुर
फोन कर परिवार वालों से स्वयं कि हत्या की फिरौती मांग रहा था मनीष
झंगहा/गोरखपुर। झंगहा पुलिस ने 364 की धारा को 386 की धारा में तामिल कर मनीष को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है।
आपको बताते चले कि मनीष मद्धेशिया पुत्र जय प्रकाश मद्धेशिया निवासी जंगल गौरी नं0 2 उर्फ अमहिया थाना झंगहा जनपद गोरखपुर अपने गांव मे मद्धेशिया टेण्ट हाउस के नाम से टेण्ट हाउस चलाकर जीवोकोपार्जन करता है।धंधे के मार्फत मनीष कई लोगो से रुपया उधार ले लिया है। मनीष 29 जनवरी को परिवार वालो से बिना बताये घर से कही चला गया।मनीष के देर रात तक घर वापस न आने पर स्थानीय थाने पर स्वजनों द्वारा प्रार्थना पत्र देकर गुमशुदगी दर्ज करा दिया गया। इसी बीच मनीष दिनांक 30 जनवरी की शाम अपनी मां के पास अपने मोबाइल नंबर से फोन करके बताया कि हमे 5 लोग पकड़ के रखे हैं। मुझसे तीन लाख दस हजार रुपया फिरौती मांग रहे हैं तथा मै बिहार मे हूं रुपया जल्दी मेरे खाते में भेज दो नही तो मुझे ये लोग जान से मार देंगे।
मनीष के इस सुचना से घबराए स्वजनों ने 31 जनवरी को प्रार्थना पत्र स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने परिजनों की सूचना पर अपहरण का मुकदमा दर्ज़ कर लिया। दिनांक 01 फरवरी को परिवार के मोबाइल नंबर पर मनीष द्वारा मोबाइल से फोन करके बताया कि आप लोग पैसा क्यो नही भेज रहे हो जब मेरी हत्या हो जायेगी तब पैसा भेजोगे। इसी बीच मनीष के परिवार वालो ने एक बार 5000 रुपया तथा एक बार 10,000 रुपया मनीष के एसबीआई के खाते में भेजा भी दिया।
पुनः मनीष ने 3 फरवरी को अपने मोबाइल नं0 से अपनी मां के मोबाइल नंबर पर फोन करके बताया कि अब हमे लोग पकड़कर राजस्थान ले जा रहें हैं जल्दी मेरे खाते में पैसा भेज दो नही तो मेरी हत्या कर देगें।
मनीष के बरामदगी के बाद यह भी तथ्य सामने आया कि यह मोतीराम अड्डा से गोरखपुर होते हुए ट्रेन से हरिद्वार से देहारादून से ऋषिकेष से अजमेर पहुंचकर घुम रहा था इसकी पुष्टी वहाँ के सीसीटीवी फुटेज से हुआ कि वह अकेले ही हरिद्वार में घुम रहा था। उसके साथ अन्य कोई व्यक्ति नही हैं और अपने अपहरण की गलत सूचना देकर अपने परिवार को भय में डाल कर पैसे वसुल करना चाहता था। सभी तथ्य सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि मनीष मद्धेशिया स्वयं पूरे घटना का जिम्मेदार है। मात्र पैसे के लिये अपने अपहरण कि कहानी को गढ़ कर अपने परिवार वालो से पैसा लेना चाहता था।
उक्त बातें प्रेस वार्ता में मनीष मद्धेशिया ने खुद बताई व जब सीओ चौरी चौरा से जब संपर्क किया गया तो ज्ञात हुआ कि वह मीटिंग में हैं।