उत्तर प्रदेशगोरखपुर

बसंती बहार में प्रकृति की दस्तक, आम के पेड़ों पर लदे बौर से खुश कुशीनगर के बागवान

 

बौर से लदे आम के पेड़, जताई जा रही अच्छी पैदावार की उम्मीद 

हर्षोदय टाइम्स  (मणि जी)

कुशीनगर । फलों के राजा आम की फसल ने किसानों के चेहरों पर रौनक बिखेर दी है। इस साल वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही आम के देसी व अन्य प्रजातियों के पेड़ों में बौर आ गए हैं। पेड़ों में फल के लदान और बौर को देखकर किसान इस बार अंदाजा लगा रहें है कि फसल से मोटा मुनाफा कमाया जा सकेगा।

गर्मी शुरू होते ही आम के पेड़ बौर से पूरी तरह ढंक गए हैं। पेड़ों में नजर आ रहे बौर अच्छी पैदावार का संकेत दे रहे हैं, लेकिन जरूरी है कि इन बौर को झडने से रोका जाए। यदि आम के पेड़ों पर बौर सुरक्षित रहे तो मार्च के अंत तक लोगों को बाजार में देशी कच्चे आम मिलना शुरू हो जाएंगे। मौसम के उतार चड़ाव के कारण इस बार आम के वृक्ष में बौर समय से एक माह पहले आना शुरू हो गए थे। चूंकि वर्तमान में मौसम अनुकूल है। ऐसे में आम की अच्छी पैदावार की संभावना बन रही है।

पिछले साल आम का पैदावार सामान्य रहने और ऊंची कीमतों के कारण फलों के राजा आम का लोग भरपूर स्वाद नहीं ले पाए थे। पर इस साल बौर से लदे पेड़ों को देखकर आम की अच्छी पैदावार की उम्मीद की जा रही है। पर्यावरण विशेषज्ञ डाॅ धनञ्जय मणि का कहना है कि अच्छी पैदावार के लिए उचित प्रबंधन, सिंचाई और कीटनाशकों का छिड़काव चरणबद्ध तरीके से करना जरूरी है। जिले में विभिन्न प्रजातियों के आम की खेती की जाती है। भूड़ा मड़ार गांव के निवासी और बागवानी के जानकार अमितेश दूबे का कहना है कि आम की अच्छी पैदावार के लिए उसकी तीन अवस्थाओं फूल, दाना और टिकोरा पर विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। इस साल अनुकूल परिस्थितियों के चलते आम की अच्छी पैदावार होने की संभावना है

अच्छी पैदावार के लिए ये सावधानियां रखें किसान

मौर आने के बाद पेड़ की सिंचाई रोक दें

छोटे फल आ जाने के बाद पेड़ के आसपास गोलाकार गुड़ाई करें। इसके बाद पानी दें।

मौर न झड़ें, इसके लिए टेबुकोना जोल दवा 30 एमएल या प्लेनोफिक्स सात एमएल दवा 15 लीटर पानी में डाल कर छिडकाव करें।

– मौर में अगर मकड़ी लग रही है तो डाइरोफाल 10 एमएम 15 लीटर पानी में डाल कर बौर पर छिडकाव करें।

शुरुआती आवक में मिलती अच्छी कीमत

 

कुशीनगर जनपद के कई स्थानों पर आम के पेड़ व बगीचे हैं। फिलहाल क्षेत्र में देसी प्रजाति के आम का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है। उत्पादन अगर अच्छा होगा तो बाजार में आवक के समय किसानों को अच्छी कमाई की उम्मीद है। बाजार में आवक के समय अच्छी प्रजाति के आम के दाम 40 से 50 रुपए प्रति किलो व देसी आम लगभग 30 से 35 रुपए प्रति किलो तक बिकता है। अभी तो बागों में बौर खूब लदा दिख रहा है। बागवानों का कहना है कि कई साल बाद इस बार बौर काफी अच्छा है। आम की फसल काफी कुछ मौसम पर निर्भर करती है। बस आंधी और बेमौसम बारिश से नुकसान न पहुंचे।

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