विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को पद्मश्री मिलना सामूहिक गौरव का विषय : डॉ श्रीनिकेत शाही

गोरखपुर:- साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष और दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को पद्मश्री सम्मान मिलने पर एक सभा का आयोजन बेतियाहाता स्थिति एक सभा कक्ष में किया गया।
इस सभा में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉ श्रीनिकेत शाही ने कहा कि ख्यातिलब्ध साहित्यकार और हिंदी साहित्य के सुप्रसिद्ध शिक्षक विद्वान आचार्य विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को पद्मश्री सम्मान मिलना अनवरत साहित्य साधना के साथ पूर्वांचल की संवेदनशील बौद्धिक परम्परा का भी सम्मान है। भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मश्री दिया जाना प्राचीन काल से चली आ रही निष्काम परमार्थ को मान्यता देना है।
डा 0 शाही ने कहां कि आचार्य तिवारी उस प्राचीन परम्परा के वाहक है । सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित एक गांव से निकल वैश्विक पहचान बनाना उल्लेखनीय और प्रशंसनीय है। हम सभी इस उपलब्धि पर प्रसन्नता के साथ गौरव का अनुभव कर रहे हैं।इस सभा में सुनील गुप्ता, मोहम्मद खालिद, दीपक सिंह, चंद्रशेखर सिंह, अशोक राय ,जनार्दन सिंह, पंकज कुमार तिवारी, मोहम्मद असलम सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे।