
सार
नेपाल की नई सरकार से चीन ने बेल्ड एंड रोड इनिशिएटिव(बीआरआई) परियोजनाओं के लिए कार्यान्वयन योजना को अंतिम रूप देने की अपील की है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि एक मित्र पड़ोसी और रणनीतिक साझेदार के रूप में चीन ने हमेशा नेपाल को अपनी पड़ोस कूटनीति की एक महत्वपूर्ण दिशा में रखा है।
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
काठमांडू नेपाल! नेपाल की नई सरकार से चीन ने बेल्ड एंड रोड इनिशिएटिव(बीआरआई) परियोजनाओं के लिए कार्यान्वयन योजना को अंतिम रूप देने की अपील की है। गौरतलब है कि इस परियोजना के चलते नेपाल की राजनीति ने कई परिवर्तनों का दौर देखा है। पद संभालने के बाद अपनी पहली चीन यात्रा पर नेपाल के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ की मंगलवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ हुई बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा हुई।
बीआरआई के लिए बेताब चीन
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव(बीआरआई) परियोजना चीन की एक महत्वकांक्षी योजना है। जिसको गति देने के लिए लगातार चीन काम कर रहा है। नेपाल में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ द्वारा नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के साथ सरकार बनाने के बाद नेपाल में नया राजनीतिक गठबंधन देखने को मिल रहा है। इसका नेतृत्व चीन समर्थक नेता केपी शर्मा ओली कर रहे हैं।
नेपाल रणनीतिक साझेदार के रूप में अहम- वांग यी
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि एक मित्र पड़ोसी और रणनीतिक साझेदार के रूप में चीन ने हमेशा नेपाल को अपनी पड़ोस कूटनीति की एक महत्वपूर्ण दिशा में रखा है। वांग ने श्रेष्ठ से कहा कि चीन उच्च गुणवत्ता वाले बेल्ट और रोड सहयोग को बढ़ावा देने के लिए नेपाल के साथ काम करने के लिए तैयार है
बीआरआई परियोजना पर नेपाल ने दोहराई प्रतिबद्धता
वांग यी ने कहा कि चीन अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता, स्वतंत्रता और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा करने में नेपाल का दृढ़ता से समर्थन करता है और नेपाल के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए अपनी सर्वोत्तम क्षमता से सहायता करना जारी रखेगा। इस बीच, नेपाल ने बैठक के दौरान दोनों देशों ने बीआरआई के कार्यान्वयन योजना पर बहुत जल्द हस्ताक्षर करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
नेपाली अधिकारी के हवाले से कहा कि बीआरआई कार्यान्वयन योजना पर हस्ताक्षर करने में हमारी देरी के कारण चीन के साथ चीजें अटकी हुई हैं। उप प्रधानमंत्री श्रेष्ठ स्वदेश लौट आएंगे, तो हम योजना पर हस्ताक्षर करने पर आगे चर्चा करेंगे।